भारतीय ज्योतिष में, हर ग्रह का अपना एक विशेष रत्न होता है, जो उसकी ऊर्जा को बढ़ाने और जीवन में अनुकूलता लाने के लिए पहना जाता है। इन रत्नों को धारण करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है और सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाया जा सकता है। यहां सभी ग्रहों के लिए रत्न और उनके महत्व का वर्णन है:
ग्रहों के रत्न और उनके महत्व
ग्रह | रत्न (Gemstone) | विकल्प | महत्व |
---|---|---|---|
सूर्य (Sun) | माणिक (Ruby) | लाल रंग का उपरत्न | आत्मविश्वास, नेतृत्व, और स्वास्थ्य में सुधार। |
चंद्रमा (Moon) | मोती (Pearl) | चंद्रकांत मणि | मानसिक शांति, भावनात्मक स्थिरता, और मन की शुद्धि। |
मंगल (Mars) | मूंगा (Red Coral) | गेरुआ पत्थर | ऊर्जा, साहस, और रक्त संबंधी समस्याओं का समाधान। |
बुध (Mercury) | पन्ना (Emerald) | ओनीक्स | बुद्धिमत्ता, संचार कौशल, और शिक्षा में उन्नति। |
गुरु (Jupiter) | पुखराज (Yellow Sapphire) | सुनहला पत्थर | ज्ञान, धन, और समृद्धि का संवर्धन। |
शुक्र (Venus) | हीरा (Diamond) | ओपल, सफेद टोपाज़ | प्रेम, सौंदर्य, और भौतिक सुखों में वृद्धि। |
शनि (Saturn) | नीलम (Blue Sapphire) | काला हकीक, नीलीकांत | कर्म, धैर्य, और संघर्षों को दूर करना। |
राहु (Rahu) | गोमेद (Hessonite) | हल्का भूरा पत्थर | मानसिक स्थिरता, भय और भ्रम को कम करना। |
केतु (Ketu) | लहसुनिया (Cat's Eye) | हरा क्रायसोबेरिल | आध्यात्मिक उन्नति और अचानक समस्याओं से मुक्ति। |
रत्न धारण करने के नियम
ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण
- ज्योतिषी से अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाएं।
- किस ग्रह के रत्न को धारण करना चाहिए, यह कुंडली के अनुसार तय होता है।
रत्न की गुणवत्ता
- केवल शुद्ध और प्राकृतिक रत्न का उपयोग करें।
- जेमोलॉजिस्ट से प्रमाणित रत्न खरीदें।
धारण करने का समय और विधि
- शुभ दिन और समय का चयन करें।
- पूजा और मंत्रों के साथ इसे धारण करें।
धातु का चयन
- हर रत्न को एक विशिष्ट धातु में जड़ा जाता है, जैसे कि सोना, चांदी, या पीतल।
पहनने के नियम और सावधानियां
रत्न | ग्रह | उंगली | ध्यान देने योग्य बातें |
---|---|---|---|
माणिक (Ruby) | सूर्य (Sun) | अनामिका (Ring Finger) | दाहिने हाथ में सोने की अंगूठी में पहनें। |
मोती (Pearl) | चंद्रमा (Moon) | छोटी उंगली (Little Finger) | चांदी की अंगूठी में पहनें। |
मूंगा (Coral) | मंगल (Mars) | अनामिका (Ring Finger) | दाहिने हाथ में सोने या तांबे की अंगूठी में। |
पन्ना (Emerald) | बुध (Mercury) | छोटी उंगली (Little Finger) | सोने या चांदी की अंगूठी में। |
पुखराज (Yellow Sapphire) | गुरु (Jupiter) | तर्जनी (Index Finger) | सोने की अंगूठी में पहनें। |
हीरा (Diamond) | शुक्र (Venus) | अनामिका (Ring Finger) | चांदी या प्लैटिनम में। |
नीलम (Blue Sapphire) | शनि (Saturn) | मध्यमा (Middle Finger) | चांदी या पंचधातु में। |
गोमेद (Hessonite) | राहु (Rahu) | मध्यमा (Middle Finger) | पंचधातु या चांदी में। |
लहसुनिया (Cat's Eye) | केतु (Ketu) | मध्यमा (Middle Finger) | पंचधातु या चांदी में। |
शुद्धता
- रत्न प्राकृतिक और बिना दोष का होना चाहिए।
- ज्योतिषी द्वारा सुझावित वजन (कैरेट) का रत्न चुनें।
पहनने का समय
- रत्न को शुभ मुहूर्त में और ग्रह के अनुकूल दिन पर पहनें।
- जैसे, माणिक रविवार को, मोती सोमवार को, पुखराज गुरुवार को आदि।
अंगूठी पहनने से पहले
- गंगाजल से रत्न की शुद्धि करें।
- रत्न के मंत्र का जप करके इसे सक्रिय करें।
सही हाथ
- दाहिने हाथ में पहनना बेहतर माना जाता है।
- महिलाएं बाएं हाथ में भी पहन सकती हैं।
सुझाव
रत्न पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी की सलाह अवश्य लें। गलत रत्न या गलत उंगली में पहनने से नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। रत्न धारण करने के बाद नियमित रूप से उसकी देखभाल और साफ-सफाई करें।